सारांश
ज़ेनिचेरो एक मिडिल स्कूल का छात्र है जो एक मातृहीन परिवार में पला-बढ़ा है। उनके नाश्ते में हमेशा सुविधा की दुकान से ओनिगिरी और तत्काल मिसो सूप होते हैं।
हां, ज़ेनिचिरो की बचपन की दोस्त, उसे ऐसे नाश्ते को खाने के लिए नहीं देख सकती, इसलिए वह उसे हर सुबह नाश्ता करने का फैसला करती है ...
यह कहानी एक सरल संदेश देती है: किसी अन्य व्यक्ति के साथ खाने से गलत सूप का स्वाद अधिक स्वादिष्ट और हार्दिक बन जाता है!