सारांश
"जब तक आप बूढ़े नहीं होंगे, तब तक आपकी तरफ से रहेंगे।" उसने अपनी बात रखी। 50 वर्षों तक, उन्होंने सुबह से मुस्कुराते हुए अपना हाथ पकड़ लिया, और शाम को गले लगा लिया। घाटियों और पहाड़ियों पर, समय की नदी के पार, पृथ्वी के छोर तक कंधे से कंधा मिलाकर चलना। ——- इस चमत्कार की कृपा से, मैं हर पल आपको समर्पित करूंगा।