सारांश
दो जोड़े, दो कहानियाँ ... चूंकि वे बच्चे थे सो हमेशा से रिकिया के अधीनस्थ रहे हैं और अब जब वे विद्यार्थी परिषद में हैं तो चीजों में इतना बदलाव नहीं आया है ... या वे हैं? जब कोई नया व्यक्ति ईर्ष्या में आता है और गुप्त योजनाओं को अमल में लाया जाता है। लेकिन क्या वह वास्तव में रुचि रखता है कि वह कौन कहता है?
विद्यार्थी परिषद कभी भी एक जैसी नहीं होगी…