सारांश
जादुई लड़की बनने का सपना देखने वाली रीमी शिजिमा को उसके सपनों के स्कूल में दाखिला मिल गया है। हालाँकि, उसे छात्रावास में नियुक्त किया गया था जहाँ सेवानिवृत्त पूर्व जादुई लड़कियाँ रहती थीं। सेवानिवृत्त जादुई लड़कियों की उम्र नहीं बढ़ती, वे हमेशा जीवित रहती हैं और उन्हें कई तरह के पछतावे होते हैं। शिजिमा का भविष्य है...!?