सारांश
अठारह वर्षीय मनामी कटागिरी को अपने पिता के आपराधिक व्यवहार और माँ की मृत्यु के कारण कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा: उसे मिडिल स्कूल के बाद पढ़ाई छोड़नी पड़ी और अपनी छोटी बहन की देखभाल के लिए एक कारखाने में काम करना शुरू करना पड़ा। विभिन्न कारणों से उसने खुद को हाई स्कूल में फिर से नामांकित करने और अपने जीवन को बेहतर बनाने का फैसला किया। हालाँकि, प्रवेश समारोह में, उसका सामना एक "राजकुमारी" से होता है, जिसके बारे में वह सोचता है कि उसे सब कुछ चांदी की थाल में दिया गया है, ऐसा नहीं है कि उसके विचार कोई बेहतर हैं। हाई स्कूल में उनके समय का क्या होगा?