सारांश
इरुमा ताकुमी, एक 40 वर्षीय वेतनभोगी व्यक्ति, को एक टेम्पलेट की तरह एक नायक को बुलाने में घसीटा गया था। उसका भाग्य क्या था? देवी ने उन्हें और वीरों को अलग-अलग परलोक भेज दिया।
देवी के अत्यधिक सुरक्षात्मक समर्थन से, वह सुंदर, तरोताजा और एक जापानी से बिल्कुल अलग दिखने वाली एक अलग दुनिया में पहुंच गया।
हालाँकि वह विनिर्माण व्यापार में काम करते हुए एक धीमा जीवन चाहता था, लेकिन देवी के विशेष शरीर और क्षमताओं ने इसकी अनुमति नहीं दी।
क्या ताकुमी एक अलग दुनिया में शांतिपूर्ण जीवन जी पाएगी?