सारांश
कहानियों का संग्रह:V.1 - बारा दत्त काकेरू योV.2 - डौसौसी दाइकोउV.3 - शियावासे नी नारीताई (मैं खुश रहना चाहता हूँ) एक दिन, एक लड़की जागती है और वह अचानक हाई स्कूल की लड़की बन जाती है! उसे क्या करना है लेकिन जीवन को भरपूर जीना है - ढीले मोज़े पहनना, 90 के दशक का फैशन, फैशनेबल दोस्त बनाना और शायद किसी रॉकर से मिलना भी? हमें आपके लिए एक नई श्रृंखला लाने में खुशी हो रही है, अल्पज्ञात (स्कैनलेशन दुनिया में) उरिनो किको की यह पूरी तरह से जोसी श्रृंखला। कला और फैशन का तात्पर्य 90 के दशक से है, लेकिन कहानी आधुनिक पाठकों के लिए मनोरंजक होगी। (खंड तीन, खंड एक और दो से पूरी तरह से असंबंधित है।)