सारांश
“नमस्कार साथी नागरिकों। मैं योशिदा अर्ध-योगिनी हूं, जो इदाज़िग के इंपीरियल शहर के डाकघर के लिए काम करती हूं। मेरा काम आपको जहां भी जरूरत हो, वहां पत्र और दस्तावेज पहुंचाना है, चाहे वह आकाश में महल हो या रसातल का तल हो।'' यह मध्यकालीन युग के सबसे महान विशेषज्ञ द्वारा लिखी गई एक कॉमेडी है, जो फंतासी शैली को बिल्कुल नए कोण से पेश करती है!