सारांश
स्कूल से लौटकर, तीसरे-ग्रेडर रयुनोसुक को एक युवा लड़की से मिलवाया जाता है। उनके पिता ने उन्हें बताया कि वह उस दिन से शुरू होने वाली उनकी छोटी बहन होगी। उसका नाम कोहारू है। वह नेत्रहीन है और उसके हाथ और पैर प्रोस्थेटिक्स हैं। वह मानवीय समझ से परे अपनी शक्ति रखती है ... एक नई पीढ़ी के लिए एक विचित्र और शानदार साईयुकी कहानी!