सारांश
वहाँ एक अनाथालय है जो अपने प्रभारियों को युद्ध के हथियार, जादू में विशेषज्ञ हत्यारे बनने के लिए प्रशिक्षित करता है। इस "स्कूल" में शाइना को अपने रूममेट की मृत्यु से निपटने में कठिनाई हो रही है। वह अफवाहों को पूरी तरह से नजरअंदाज करती है, जिसमें "मिमी" नाम की एक कथित अभेद्य छात्रा की अफवाह भी शामिल है, जिसे शिक्षकों से भी अधिक मजबूत माना जाता है और वह किसी भी समूह का हिस्सा नहीं है। राहत की सांस लेते समय, उसकी मुलाकात खून से लथपथ एक बेहद खुशमिजाज युवा लड़की से होती है, स्कूल की नर्स बच्चे को ले जाने से पहले कुछ देर बातचीत करती है। शाइना ने सोचा कि वे दोबारा नहीं मिलेंगे, लेकिन अगले दिन, लड़की अपनी कक्षा में स्थानांतरित हो जाती है और खुशी-खुशी अपना परिचय मिमी के रूप में देती है।