सारांश
कूसाका को घबराहट की बीमारी है जो ट्रेनों से शुरू होती है। उसकी साँसें अस्थिर हो जाती हैं, उसकी नाड़ी तेज़ हो जाती है और उसका दिमाग अव्यवस्थित हो जाता है। वह अपनी स्थिति दूसरों से छिपाने की कोशिश करता है। एक दिन, वह गलती से एक स्टेशन के पास पहुंच जाता है और उस पर हमला शुरू हो जाता है। एक राहगीर पूछता है कि क्या वह ठीक है। कूसाका ने उसे नजरअंदाज कर दिया, आभारी हूं कि वह परिचित नहीं था। नए सेमेस्टर की शुरुआत के साथ, कूसाका और उनके सहयोगी अपने अध्ययन क्षेत्र में शामिल होने वाले नए स्नातक छात्रों का स्वागत करते हैं। लेकिन, नए छात्रों में से एक है...