सारांश
नजिका एक महत्वाकांक्षी युवा शेफ है जिसके पास स्वाद की बेदाग समझ और सोने का दिल है। कम उम्र में अनाथ हो गई, नाजिका ने अपने "राजकुमार" को खोजने की इच्छा से खाना पकाने की ओर रुख किया, वह रहस्यमय लड़का जिसने उसके दिल को छू लिया और उसके माता-पिता की मृत्यु के तुरंत बाद उसके जीवन में रोशनी लाई। उसकी पहचान का एकमात्र सुराग एक चांदी का चम्मच है, जो नाजिका को प्रतिष्ठित सीका अकादमी तक ले जाता है, जहां उसे खुशी की तलाश में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।