सारांश
पहाड़ के ऊपर एक देवता रहता था जिसके घर में एक बाघ था। एक गोरी युवती अकेले ही पहाड़ के देवता को देखने के लिए निकल पड़ी।
नरभक्षी बाघ से त्रस्त एक गांव का मुखिया अपनी बेटी ह्योन-ना को उस व्यक्ति को सौंप देता है जो बाघ को सफलतापूर्वक ठिकाने लगाता है। ट्रॉफी के रूप में व्यवहार किए जाने से निराश ह्योन-ना अकेले ही उस पहाड़ की ओर निकल पड़ती है जहां बाघ रहता है...