सारांश
रोमियो मोंटेग, एक लड़का जिसे पाँच साल पहले एक दुर्घटना के बाद घृणा के कारण अटारी में फेंक दिया गया था। हालाँकि दुनिया उन्हें एक ऐसे लड़के के रूप में जानती थी जो गंभीर बीमारी के कारण चलने-फिरने में असमर्थ था, उन्होंने अटारी में एक सन्यासी के रूप में एक खुशहाल और फलदायी जीवन जीया। केवल उसका चचेरा भाई बेनवोलियो और घर की नौकरानी मिरियम ही सच्चाई जानती है। लेकिन उसकी शांति तब टूट जाती है जब मिरियम का भाई अब्राम हवेली में प्रवेश करता है। "मैं तुम्हें अपने पैरों पर खड़े होकर इस कमरे से बाहर निकालूंगा!" “आपको ऐसा वादा करने की ज़रूरत नहीं है।” रोमियो ने अटारी में शांति बनाए रखने के एक दृढ़ संकल्प के साथ अब्राम की विभिन्न परेशानियों को हल करना शुरू कर दिया। इस बीच, एक अप्रत्याशित प्रतिद्वंद्वी आधे-अधूरे मन से उसके सामने आता है।