सारांश
वह एक राष्ट्र की रानी थी और भगवान से प्यार करती थी, लेकिन उसने भगवान के प्यार को ठुकरा दिया और लोगों को आजादी दे दी। उनके भाषण के दिन ही उनके साथ विश्वासघात हुआ और उनकी हत्या कर दी गयी। उसके पुनर्जन्म के बाद उसे शाप दिया गया था कि उसे अपने जन्मदिन से पहले सच्चा प्यार मिलना चाहिए, क्या बहुत देर होने से पहले वह सच्चा प्यार पा सकेगी?