सारांश
यह कहानी तीन लोगों के एक साधारण परिवार के सूक्ष्म परिप्रेक्ष्य से बताई गई है। प्रारंभिक और अचानक घर पर रहने से लेकर ज़ोंबी प्रकोप और अपने ही घर में फंसने से बचने तक, फिर समुद्र में हरे द्वीप में सुरक्षा की तलाश के लिए अपार्टमेंट से बाहर निकलने तक। सर्वनाश के बाद की दुनिया का एक बेहद वास्तविक चित्रण जहां लाशों के अनियंत्रित होने से वायरस फैलता है! तीन लोगों का एक साधारण परिवार और उसके पड़ोसियों की बदलती मानसिकता और उनमें मानवता का ह्रास। किसी विपत्ति के सामने मनुष्य स्वयं को कैसे बचाएगा और जीवित रहेगा? जीवित रहने के लिए वे क्या अनुभव करेंगे? उन्हें क्या सामना करना पड़ेगा? वे क्या निर्णय लेंगे?