सारांश
स्वयंभू ओझा, अध्यात्मवादी और मानसिक रोगी से मिलें। उसके पास ताकत की जो कमी है, उसकी पूर्ति वह करिश्मा से करता है। उसके पास बहादुरी की जो कमी है, उसकी पूर्ति वह चतुराई से करता है। उसके पास वीरता की जो कमी है, उसे वह मालिश और जीवन संबंधी सलाह से पूरा करता है। यह अराताका रीगेन और स्पिरिट्स और ऐसे परामर्श कार्यालय की कहानी है।