सारांश
आत्माओं के मरने के बाद भी लाशें अपने दिल में रहती हैं। दोनों नायक कटासाकी युउ और वातागिरी शबेरू उन लाशों को देख सकते हैं जिनके मानव हृदय मर चुके हैं। दो अकेले और खास लोग एक-दूसरे से मिलते हैं। वे उन लोगों को बचाने और उनकी आत्मा की पीड़ा को कम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं जिन्होंने अपनी आत्मा की लाशें पीछे छोड़ दी थीं। यह एक मार्मिक कार्य है जो आध्यात्मिक घावों को शांत करता है!