सारांश
ओसुवारी टीम से:
मित्सुहा अपने बेवकूफ दोस्तों और उबाऊ स्कूली जीवन से तंग आ चुकी है। वह बस यही चाहती है कि उसे शांति से छोड़ दिया जाए। एक दिन गलती से उसकी दोस्ती हारू से हो गई, जिसे वह बिल्कुल भी नहीं जानती। केवल उसके साथ ही वह ईमानदार हो सकती है। मित्सुहा के स्कूल में एक लड़का है जो बिल्कुल वैसा ही है जैसा मित्सुहा बनना चाहती है - अच्छा, थोड़ा डरावना और सबसे बढ़कर - अकेला। एक दिन वह उससे बस में मिलती है... आगे क्या होगा?
*नोट: मंगाका, यामामोतो कीको ने सातवें अंक के बाद से अंतराल पर जाने के बाद इस मंगा श्रृंखला को अब और नहीं करने का फैसला किया। एक अन्य मंगाका, एनएजीआई मिचिको, इस मंगा को जारी रखेगा।
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