सारांश
केनजी सकुरागी एक गरीब वकील और पूर्व मोटरसाइकिल गिरोह का सदस्य है जो अपने करियर को आगे बढ़ाने के अवसर की तलाश में है। अंततः उसका मौका लगभग दिवालिया और कुख्यात रयुज़ान हाई स्कूल के साथ आता है, जिसे कुछ लोग "बाका गक्कौ" (बेवकूफ स्कूल) कहते हैं। वहां, उन्होंने एक विशेष कक्षा स्थापित की जिसका उद्देश्य छात्रों को टौडाई की प्रवेश परीक्षा देने और उत्तीर्ण करने के लिए तैयार करना है।