सारांश
एक भोली-भाली लड़की, एक परेशान वयस्क, और भगवान जो उन पर नजर रखता है... उन तीनों के दैनिक जीवन के बीच विकास की हृदयस्पर्शी कहानी।
गोद ली हुई युवा एमआई-चान, एक ऐसे शहर से भ्रमित हो जाती है जिसकी उसे आदत नहीं है, उसका सामना वयस्क लोहार शिल्पकार, केन और लोहार के भगवान, किट्स्यून से होता है। यह मुलाकात उसके दिल को बढ़ने में मदद करेगी। हालाँकि, यह वृद्धि केन और ईश्वर, किट्स्यून दोनों के लिए परिवर्तन की ज्वाला भी बन जाएगी...