सारांश
नात्सु का अपनी बड़ी बहन, अकी या अपने उन दोस्तों के साथ कभी अच्छा रिश्ता नहीं रहा, जिन्हें वह हमेशा घर लाती है। एक दिन अकी एक ऐसी लड़की को घर लाता है जो बाकी सभी से काफी अलग है और नात्सु तुरंत उसे पसंद कर लेता है। जब वह अकी और उसके दोस्तों को अपनी पीठ पीछे नई लड़की के बारे में बात करते हुए सुनती है तो नात्सु सोचता है, "काश वह मेरी दोस्त होती..."