सारांश
हारुका इकेदा ने हमेशा अपनी "नायिका" जैसी शक्ल-सूरत के कारण घिसे-पिटे जीवन से बचने की कोशिश की। हालाँकि, हारुका में जीवन को यथासंभव सामान्य रूप से जीने की तीव्र इच्छा है! लेकिन जब वह हाई स्कूल का पहला दिन शुरू करती है, तो ऐसा लगता है कि चीजें इतनी आसानी से उसके अनुरूप नहीं होंगी।