सारांश
चार साल पहले, अफसोस से भरा एक संबंध, चार साल बाद, एक पुनर्मिलन जो कभी नहीं होना चाहिए था। एक हेजहोग की तरह, जिसके स्पाइक्स उभरे हुए हैं, वह कहता है कि ऐसे शब्दों को चोट पहुँचाना जिसका कोई मतलब नहीं है। पिंजरे में फंसी एक कैनरी की तरह, वह कहीं भागने की जगह नहीं है। बंधे होने के नाम पर वे फिर गले लगा लेते हैं।