सारांश
कोगने कोकोरो ट्रेन में किसी जरूरतमंद तक पहुंचना चाहते थे लेकिन ऐसा करने में असमर्थ थे। तभी एक रहस्यमय बूढ़ा व्यक्ति प्रकट हुआ और उसने अपनी तेज चाल से उन गुंडों को मार गिराया। वीरतापूर्ण उपस्थिति से प्रभावित होकर, कोकोरो ने मजबूत बनने का फैसला किया। वह बूढ़े आदमी का शिष्य बन गया और तलवारबाजी सीखने लगा…! रक्षा की इच्छा से ही मनुष्य मजबूत बनता है! एक एक्शन फंतासी कहानी सामने आती है।